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- 1 15 अगस्त पर भाषण हिन्दी में 2022
- 1.1 15 अगस्त पर भाषण 2022
- 1.2 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में 2022 आदरणीय अतिथि महोदय, आदरणीय प्रधानाचार्यजी, सभी अध्यापकगण, अभिभावक और मेरे प्यारे दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते ही है कि आज हम यहाँ पर अपने देश का 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाने के उपलक्ष में एकत्रित हुए है। सबसे पहले मैं आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई देता हूँ/देती हूँ। 15 अगस्त भारतवर्ष का राष्ट्रीय पर्व है। भारत देश वर्ष 1857- वर्ष 1947 तक स्वतंत्रता संग्राम लड़ने के पश्चात ब्रिटिश शासन से 15 अगस्त वर्ष 1947 को मुक्त हुआ और एक स्वतंत्र राष्ट्र बना। तभी से भारतवासी इस दिन को “स्वतंत्रता दिवस” के रूप में बहुत सी धूम-धाम और हर्षोउल्लास से मनाते है। आओ झुककर सलाम करें उन्हें, जिनकी जिंदगी में मुकाम आया है, किस कदर खुशनसीब है वो लोग, जिनका लहू भारत के काम आया है !! स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत तब से हुई जब मंगल पांडे नामक क्रांतिकारी को ब्रिटिश शासन के अंग्रेज अधिकारी ने गोली मारी थी। तभी से सम्पूर्ण भारत देशवासियों ने अंग्रेजों के खिलाफ आवाज उठाई। हमे और हमारे देश को ब्रिटिशों से यह आजादी इतनी आसानी से नहीं मिली है। देश की आजादी पाने के लिए बहुत से क्रांतिकारी सेनानियों ने बलिदान दिया जैसे कि- महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, मंगल पांडे, बाल गंगाधर तिलक, पंडित जवाहरलाल नेहरू, लोक मान्य तिलक, लाला लाजपत राय और खुदीराम बोस आदि। आजादी की लड़ाई लड़ने के लिए महात्मा गांधी ने सत्याग्रह आंदोलन चलाया और कई बार तो उन्हें जेल भी जाना पड़ा। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। क्योकि उनका एकमात्र लक्ष्य भारत देश को ब्रिटिश शासन से आजादी दिलाना था और काफी अत्याचार सहने और संघर्ष करने के पश्चात फलस्वरूप वे सफल भी हुए। स्वतंत्रता सेनानिओं के लिए कुछ लाइनें कहना चाहुँगी/चाहुँगा नमन है उन वीरों को जिन्होंने इस देश को बचाया, गुलामी की मजबूत बेड़ियों को, अपने बलिदान के रक्त से पिघलाया, और भारत माँ को आजाद है कराया। 15 अगस्त वर्ष 1947 को भारत के इतिहास को स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया। इसी दिन देश के आजाद होने पर भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले पर झंडा फहराया था। तभी से प्रत्येक वर्ष देश के प्रधानमंत्री लाल लिखे पर झंडा फहराते है, राष्ट्रगान गाते है और सभी शहीद स्वतंत्रता सेनानियों को 21 तोपों से श्रद्धांजलि दी जाती है। देश के प्रधानमंत्री हर साल देशवासियों को अपने भाषण के द्वारा सम्बोधित करते है और सेना द्वारा अपना शक्ति प्रदर्शन और परेड मार्च करते है। स्वतंत्रता दिवस के दिन सभी भारतवासियों के मन में देशभक्ति की भावना के साथ-साथ पूर्ण जोश रहता है। आजादी के बाद भारत देश अब तक बहुत उन्नति कर चुका है। 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दिन सभी विद्यालय, कॉलिज, संस्थान, बाजार, कार्यालय और कारखाने आदि बंद रहते है। इस दिन सरकारी छुट्टी होती है। जगह-जगह पर झंडा फहराया जाता है। स्कूलों, कॉलिजों आदि में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमें सभी छात्र-छात्राएं भाग लेते है और देशभक्ति के गीत गाते है, कोई कविता सुनाता है तो कोई सांस्कृतिक गीतों पर नृत्य करते है। 15 August भारत देश के गर्व और सौभाग्य का दिवस है। यह पर्व हमारे हृदय में नवीन स्फूर्ति, नवीन आशा, उत्साह तथा देश-भक्ति का संचार है। स्वतंत्रता दिवस हमे इस बात बात की याद दिलाता है कि हमने कितनी कुर्बानियाँ देकर यह आजादी प्राप्त की है, जिसकी रक्षा हमे हर कीमत पर करनी है। चाहे हमे इसके लिए अपने प्राणों का त्याग क्यों न करना पड़ें। इस प्रकार हम स्वतंत्रता दिवस के पर्व को पूर्ण उत्साह, उमंग और जोश के साथ मनाते है और राष्ट्र की स्वतंत्रता और सार्वभौमिकता की रक्षा का प्रण लेते है। जाते-जाते मैं बस इतना ही कहना चाहूंगी/चाहूंगा कि – भूल न जाना भारत माँ के सपूतों का बलिदान, इस दिन ले लिए जो हुए थे हँसकर कुर्बान, आजादी की खुशियाँ मनाकर लो शपथ ये कि, बनाएंगे देश भारत को और भी महान।
15 अगस्त पर भाषण हिन्दी में 2022
नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है एक और नए आर्टिकल में इसमें आप लोग जानेंगे 15 अगस्त का भाषण। आप लोग तो जानते हैं सभी स्कूलों में अपने छोटे-छोटे बच्चों को एक साथ मिलाकर अगर अगस्त बनाया जाता है उसमें जो बच्चे भाषण देना चाहते हैं उनसे भाषण बुलवाया जाता है ऐसे में आप लोग इस पोस्ट में जानेंगे अपने स्कूल के छोटे छोटे बच्चों के लिए एक छोटा सा भाषण इस पोस्ट में प्रस्तुत हैं आप लोग इस पोस्ट को पढ़कर 15 अगस्त का भाषण अपने स्कूल में सुनाएं और घर-घर झंडा फहराए।
15 अगस्त पर भाषण 2022
आप लोगों को बिना समय गवाएं हुए उंगली चलते हैं आप 15 अगस्त के भाषण यहां पर आपको 10 से अधिक स्कूल के बच्चों के लिए भाषण में जाएंगे आप नीचे पढ़कर देखें आप लोगों को अगर अच्छा लगा हो तो यह भाषण अपने बच्चों को जरूर दें और अपने बच्चों का नाम रोशन करें स्कूल में चलिए शुरू करते हैं 15 अगस्त का भाषण।
15 अगस्त पर निबंध हिंदी में 2022
आदरणीय अतिथि महोदय, आदरणीय प्रधानाचार्यजी, सभी अध्यापकगण, अभिभावक और मेरे प्यारे दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते ही है कि आज हम यहाँ पर अपने देश का 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाने के उपलक्ष में एकत्रित हुए है। सबसे पहले मैं आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई देता हूँ/देती हूँ। 15 अगस्त भारतवर्ष का राष्ट्रीय पर्व है। भारत देश वर्ष 1857- वर्ष 1947 तक स्वतंत्रता संग्राम लड़ने के पश्चात ब्रिटिश शासन से 15 अगस्त वर्ष 1947 को मुक्त हुआ और एक स्वतंत्र राष्ट्र बना। तभी से भारतवासी इस दिन को “स्वतंत्रता दिवस” के रूप में बहुत सी धूम-धाम और हर्षोउल्लास से मनाते है। आओ झुककर सलाम करें उन्हें, जिनकी जिंदगी में मुकाम आया है, किस कदर खुशनसीब है वो लोग, जिनका लहू भारत के काम आया है !! स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत तब से हुई जब मंगल पांडे नामक क्रांतिकारी को ब्रिटिश शासन के अंग्रेज अधिकारी ने गोली मारी थी। तभी से सम्पूर्ण भारत देशवासियों ने अंग्रेजों के खिलाफ आवाज उठाई। हमे और हमारे देश को ब्रिटिशों से यह आजादी इतनी आसानी से नहीं मिली है। देश की आजादी पाने के लिए बहुत से क्रांतिकारी सेनानियों ने बलिदान दिया जैसे कि- महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, मंगल पांडे, बाल गंगाधर तिलक, पंडित जवाहरलाल नेहरू, लोक मान्य तिलक, लाला लाजपत राय और खुदीराम बोस आदि। आजादी की लड़ाई लड़ने के लिए महात्मा गांधी ने सत्याग्रह आंदोलन चलाया और कई बार तो उन्हें जेल भी जाना पड़ा। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। क्योकि उनका एकमात्र लक्ष्य भारत देश को ब्रिटिश शासन से आजादी दिलाना था और काफी अत्याचार सहने और संघर्ष करने के पश्चात फलस्वरूप वे सफल भी हुए। स्वतंत्रता सेनानिओं के लिए कुछ लाइनें कहना चाहुँगी/चाहुँगा
नमन है उन वीरों को जिन्होंने इस देश को बचाया, गुलामी की मजबूत बेड़ियों को, अपने बलिदान के रक्त से पिघलाया, और भारत माँ को आजाद है कराया। 15 अगस्त वर्ष 1947 को भारत के इतिहास को स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया। इसी दिन देश के आजाद होने पर भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले पर झंडा फहराया था। तभी से प्रत्येक वर्ष देश के प्रधानमंत्री लाल लिखे पर झंडा फहराते है, राष्ट्रगान गाते है और सभी शहीद स्वतंत्रता सेनानियों को 21 तोपों से श्रद्धांजलि दी जाती है। देश के प्रधानमंत्री हर साल देशवासियों को अपने भाषण के द्वारा सम्बोधित करते है और सेना द्वारा अपना शक्ति प्रदर्शन और परेड मार्च करते है। स्वतंत्रता दिवस के दिन सभी भारतवासियों के मन में देशभक्ति की भावना के साथ-साथ पूर्ण जोश रहता है। आजादी के बाद भारत देश अब तक बहुत उन्नति कर चुका है। 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दिन सभी विद्यालय, कॉलिज, संस्थान, बाजार, कार्यालय और कारखाने आदि बंद रहते है। इस दिन सरकारी छुट्टी होती है। जगह-जगह पर झंडा फहराया जाता है। स्कूलों, कॉलिजों आदि में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमें सभी छात्र-छात्राएं भाग लेते है और देशभक्ति के गीत गाते है, कोई कविता सुनाता है तो कोई सांस्कृतिक गीतों पर नृत्य करते है। 15 August भारत देश के गर्व और सौभाग्य का दिवस है। यह पर्व हमारे हृदय में नवीन स्फूर्ति, नवीन आशा, उत्साह तथा देश-भक्ति का संचार है। स्वतंत्रता दिवस हमे इस बात बात की याद दिलाता है कि हमने कितनी कुर्बानियाँ देकर यह आजादी प्राप्त की है, जिसकी रक्षा हमे हर कीमत पर करनी है। चाहे हमे इसके लिए अपने प्राणों का त्याग क्यों न करना पड़ें। इस प्रकार हम स्वतंत्रता दिवस के पर्व को पूर्ण उत्साह, उमंग और जोश के साथ मनाते है और राष्ट्र की स्वतंत्रता और सार्वभौमिकता की रक्षा का प्रण लेते है। जाते-जाते मैं बस इतना ही कहना चाहूंगी/चाहूंगा कि – भूल न जाना भारत माँ के सपूतों का बलिदान, इस दिन ले लिए जो हुए थे हँसकर कुर्बान, आजादी की खुशियाँ मनाकर लो शपथ ये कि, बनाएंगे देश भारत को और भी महान।
जय हिन्द !………. जय भारत !………
15 अगस्त पर निबंध हिंदी में 15 लाइन
3. गुड मॉर्निंग, माननीय प्रधानाचार्य, योग्य शिक्षकों, मेरे प्यारे छात्रों आज आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं। आदरणीय महोदय, जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हम अपने प्यारे भारत के 74 वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाने के लिए यहां एकत्र हुए हैं। आज, हमारे देश के एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक हर कोई जय भारत माता के नारे लगा रहा है। यह वास्तव में स्वतंत्रता और भूमि के प्रति प्रेम की भावना है। लेकिन, हम सभी जानते हैं, यह स्वतंत्रता कठिन है। उन सभी के पीछे दशकों का बलिदान और संघर्ष है। जिस भूमि पर हम सांस लेते हैं, वह प्रसिद्ध महापुरुषों की अगुवाई में हमारे महापुरुषों के संघर्ष की बदौलत है। गांधी जी, नेहरू लाल, साबाश चंद्र और अन्य। आदरणीय महोदय, स्वतंत्रता एक उपहार है। यह हमारे पूर्वजों द्वारा किए गए बलिदानों, रातों की नींद, क्रूर यातनाओं और संघर्षों का उपहार है। इतिहास एक खुला अध्याय है। यह हमें इस भूमि के लिए हमारे पूर्वजों के बलिदानों के बारे में बताता है। यह स्वतंत्रता बाबू महात्मा गांधी जी के संघर्षों के कारण है। वह लोगों के अधिकारों के लिए चट्टान की तरह खड़ा था। उन्हें कई बार जेल में डाला गया। उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, फिर भी वह पीछे हट गए। इस स्वतंत्रता का श्रेय हमारे महान नेता पंडित नेहरू लाल को है। उन्होंने कभी भी लोगों के अधिकारों से समझौता नहीं किया। उन्होंने प्रत्येक और सब कुछ का त्याग किया और स्वतंत्रता के कारण का समर्थन किया। और यह स्वतंत्रता हमारे अन्य नेताओं के बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत रे, भगत सिंह, खुदी राम बोस, और चंद्र शेखर आज़ाद के बलिदानों के कारण है। आदरणीय मित्रो। ब्रिटिश भारत में, हम सभी जंजीरों में थे। हमारे अधिकारों से समझौता किया गया। हमें घुटन महसूस हुई। हमारी सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी। और अंत में, यह भारतीयों के लिए विदेशी ताकतों की गुलामी में रहने का सम्मान नहीं था। इन सभी समस्याओं के अलावा, हमारे देश के पास कई अच्छी चीजें हैं। हम एक परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं।
जय हिंद, जय भारत 4. सुप्रभात, सभी सम्मानित अतिथि, योग्य प्राचार्य, सम्मानित शिक्षक, और साथी छात्र आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ। माननीय सभी, जैसा कि आप जानते हैं कि हम सभी भारत के 73 वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाने के लिए यहां एकत्र हुए हैं। जिस दिन 1947 ने पूरे उपमहाद्वीप के इतिहास में एक नया अध्याय शुरू किया। हमें विदेशी योगों से आजादी मिली। लेकिन, इस दिन, जैसा कि आप जानते हैं, के पीछे बहुत इतिहास है। हमारे महान नेताओं के अनगिनत संघर्ष, अनमोल बलिदान और प्रयास हैं। उसी की बदौलत भारत दुनिया का एक शक्तिशाली, मजबूत और आजाद देश है। आदरणीय महोदय, आजादी में कभी दान नहीं हो सकता। यह एक मुफ्त उपहार नहीं है। हम उन योद्धाओं, नेताओं और हम के स्वतंत्रता सेनानियों को सलाम करते हैं जिन्होंने हमें एक स्वतंत्र और प्रिय देश का तोहफा देने के लिए एक उल्लेखनीय काम किया। इतिहास महात्मा गांधी जी, पंडित नेहरू लाल, सुबाष चंदर और अन्य सैकड़ों स्वतंत्रता प्रेमियों जैसे हमारे नेताओं के संघर्षों और बलिदानों के प्रमाणों से भरा है। महात्मा गांधी जी शांति और अहिंसा के प्रस्तावक थे। उन्होंने बहुत ही महत्वपूर्ण समय में स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया। उन्होंने कठिनाइयों का सामना किया और अंग्रेजों के हाथों पीड़ित हुए लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। यह उनका आकर्षक व्यक्तित्व था जो उनके बैनर तले लाखों भारतीय लोगों को उनके पीछे ले गया। वह दुनिया के महानतम नेताओं में से एक हैं। आदरणीय महोदय, हमारे प्यारे देश भारत में इस दुनिया की हर खूबसूरत चीज मौजूद है। हमारे पास एक मजबूत कृषि और पानी की व्यवस्था है। हमारे सशस्त्र बल बहुत बहादुर और बोल्ड हैं। वे इस भूमि के लिए अपने जीवन का बलिदान करने में कभी नहीं हिचकिचाते हैं, हमारी अर्थव्यवस्था बहुत मजबूत है। हम एक बहुत सम्मानित और परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं। हमारे युवा प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और चिकित्सा में दुनिया का नेतृत्व कर रहे हैं।
जय हिंद, जय भारत। 5. 15 अगस्त हमारे देश के इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण तिथियों में से एक है। यह वह दिन है जब हम ब्रिटिश शासन से स्वतंत्र हुए थे। 1947 में इसी दिन की आधी रात को, पंडित जवाहरलाल नेहरू ने हमारे देश की स्वतंत्रता को चिह्नित करने के लिए लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। पूरा देश खुशी से झूम रहा था। हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत में ब्रिटिश शासन को समाप्त करने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। उन्होंने अंततः १५ अगस्त, १९४७ को अपना पक्ष जीत लिया। हर साल जब हम इस दिन को मनाते हैं, तो हम उनके द्वारा किए गए बलिदानों को याद करते हैं और उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं। स्वतंत्रता दिवस को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाता है। स्कूलों और आधिकारिक भवनों के शीर्ष से राष्ट्रीय ध्वज ऊंचा और गर्वित होता है। भाषण दिए जाते हैं, राष्ट्रगान गाया जाता है, और सभी के बीच मिठाई बांटी जाती है। उत्सव नई दिल्ली में और भी अधिक चिह्नित है। देश के प्रधानमंत्री हर साल इस दिन लाल किले से भाषण देते हैं। उन्हें सुनने के लिए देश भर से बड़ी संख्या में लोग परेड ग्राउंड में जमा होते हैं। स्वतंत्रता दिवस हम सभी को याद दिलाता है कि हम एक महान देश के नागरिक हैं, और हमें उसकी एकता को बनाए रखने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना चाहिए। हमें अपने राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान का सम्मान करना चाहिए। हमें भी उन लोगों की तरह देशभक्त बनने की कोशिश करनी चाहिए जिन्होंने हमारे देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। आइए हम सब भारत पर गर्व करें।
इंडिपेंडेंस डे स्पीच इन हिंदी
आदरणीय प्राचार्य जी, शिक्षकगण और मेरे प्यारे साथियों आज (15 अगस्त) स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हम सभी यहाँ पर इकट्ठा हुए है और मुझे आप सभी के समक्ष स्वतंत्रता दिवस के इस शुभ अवसर पर अपने विचार रखने का मौका मिला है, यह मेरा सौभाग्य है। सबसे पहले आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। क्या आप जानते है इस वर्ष भारत का कौन-सा स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है ? इस वर्ष भारत का 76वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है। आज मैं स्वतंत्रता दिवस पर अपने कुछ विचार आपके सामने रखने जा रहा/रही हूँ। शुरुआत करते है कुछ लाइनों से – जब आँख खुलें तो धरती हिन्दुस्तान की हो, जब आँख बंद हो टी यादें हिन्दुस्तान की हों, हम मर भी जाएँ टी कोई गम नहीं…. मरते वक्त मिटटी हिन्दुस्तान की हो। हमारा भारत देश 200 वर्षों तक ब्रिटिश शासन के अधीन रहा। देश को आजाद कराने के लिए हमारे देश के बहुत से स्वतंत्रता सेनानिओं जैसे – बाल गंगाधर तिलक, लोक मान्य तिलक, पंडित जवाहरलाल नेहरू, माहत्मा गांधी, लाला लाजपत राय, खुदीराम बोस, सुभाष चंद्र बोस और मंगल पांडे आदि ने बलिदान दिए और अत्याचार सहते हुए भी वे देश को आजादी दिलाने के लिए सदैव तत्पर रहें। वर्ष 1857-1947 तक स्वतंत्रता संग्राम लड़ने के बाद और काफी अत्याचार सहने के बाद 15 अगस्त वर्ष 1947 को हमारा भारत देश ब्रिटिश शासन की बेड़ियों से मुक्त हुआ और सभी भारतवासियों ने आजादी की सांस ली। आज के स्वतंत्रता दिवस के इस शुभ अवसर पर मैं शहीद स्वतंत्रता सेनानियों के लिए कुछ शब्द कहना चाहुँगी/चाहुँगा। फांसी चढ़ गए और सीने और गोली खाई, हम उन शहीदों को प्रणाम करते है , जो मिट गए देश पर, हम शहीदों को प्रणाम करते है।
15 अगस्त वर्ष 1947 को भारत के इतिहास को स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया। इसी दिन देश के आजाद होने पर भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले पर झंडा फहराया था। तभी से प्रत्येक वर्ष देश के प्रधानमंत्री लाल लिखे पर झंडा फहराते है, राष्ट्रगान गाते है और सभी शहीद स्वतंत्रता सेनानियों को 21 तोपों से श्रद्धांजलि दी जाती है। देश के प्रधानमंत्री हर साल देशवासियों को अपने भाषण के द्वारा सम्बोधित करते है और सेना द्वारा अपना शक्ति प्रदर्शन और परेड मार्च करते है। स्वतंत्रता दिवस के दिन सभी भारतवासियों के मन में देशभक्ति की भावना के साथ-साथ पूर्ण जोश रहता है। आजादी के बाद भारत देश अब तक बहुत उन्नति कर चुका है। 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दिन सभी विद्यालय, कॉलिज, संस्थान, बाजार, कार्यालय और कारखाने आदि बंद रहते है। इस दिन सरकारी छुट्टी होती है। जगह-जगह पर झंडा फहराया जाता है। स्कूलों, कॉलिजों आदि में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमें सभी छात्र-छात्राएं भाग लेते है और देशभक्ति के गीत गाते है, कोई कविता सुनाता है तो कोई सांस्कृतिक गीतों पर नृत्य करते है। भूल न जाना भारत माँ के सपूतों का बलिदान, इस दिन ले लि।